5 Simple Statements About शिव आरती Explained
काशी में विश्वनाथ विराजत, नन्दो ब्रह्मचारी। “आपके हाथ में बज्र और ध्वजा है और कन्धे पर मूंज के जनेऊ की शोभा है।” ॥ॐ जय लक्ष्मी माता...�
काशी में विश्वनाथ विराजत, नन्दो ब्रह्मचारी। “आपके हाथ में बज्र और ध्वजा है और कन्धे पर मूंज के जनेऊ की शोभा है।” ॥ॐ जय लक्ष्मी माता...�